Protest Corridor में भगवान Vs. Bulldozer
Protest Corridor वृंदावन में मंदिर से बड़ा मुद्दा बन गया है। पुरोहित, गोस्वामी, महिलाएं सबने मोर्चा संभाल लिया है। Bulldozer वाले साहब सुन लें — भगवान का रास्ता साफ रखना है तो पहले Protest Corridor का रास्ता बदलना होगा। वरना कुंज गली में आने वाला हर Bulldozer लौटेगा, वो भी बिना नंबर प्लेट के!
Protest Corridor में भगवान Vs. Bulldozer
वृंदावन! नाम सुनते ही कानों में बांसुरी बजती है, पर इन दिनों कुंज गली में Bulldozer की घड़घड़ाहट बजी हुई है। Protest Corridor बनाने के नाम पर बांके बिहारी के दरबार में सरकार खुद को ठेकेदार मान बैठी है। और तीर्थ पुरोहितों ने साफ कह दिया — भगवान के नाम पर सड़क बना लो, पर मंदिर पर JCB मत चलाओ!
पुरोहित बोले, नया दो पुराना छोड़ो
महेश पाठक एंड कंपनी ने शुक्रवार को गेट नंबर 1 पर धरना डाल दिया। कह दिया — सरकार अगर श्रद्धालुओं को सुविधा देना चाहती है तो बांके बिहारी मंदिर छोड़ कर 25 एकड़ जमीन कहीं और दे दे, नया मंदिर खड़ा कर देंगे। भीड़ भी संभाल लेंगे, पार्किंग भी बना देंगे — बस हमारी कुंज गलियां Bulldozer से बचा लो। Protest Corridor को लेकर इतना तड़का लग गया कि दूसरे राज्यों के पुरोहित भी लोटा-झोला लेकर वृंदावन चले आए!
गोस्वामियों का हस्ताक्षर फार्मूला

इधर पुरोहित धरना दे रहे थे, उधर गोस्वामी समाज की महिलाएं हस्ताक्षर अभियान चला रही थीं। वो बोले — जब तक सरकार Bulldozer नहीं रोकेगी, हम पेन नहीं रोकेंगे। Protest Corridor के नाम पर पुरानी गली को कुचलने का सपना मत देखो सरकार! पहले भी बहुत किए अधिग्रहण — अब नहीं चलेगा!
Protest Corridor Vs. ‘आपदा बुलाओ योजना’
कहने को नाम Protest Corridor, लेकिन तीर्थ पुरोहित इसे ‘आपदा बुलाओ योजना’ मान बैठे हैं। बोले — “मुख्यमंत्री जी! जब खुद बोले थे कि मंदिर मठ किसी का अधिग्रहण नहीं होगा, तो अब कौन सा नया ज्ञान आया? भगवान के नाम पर Bulldozer घुसेगा तो श्रद्धालु दर्शन कहां करेंगे? Online?”
Protest Corridor में अगला एक्शन प्लान
धरने में रामकृष्ण तिवारी, सुधीर उपाध्याय, अमर डिब्बेवाले, दीपक पाराशर, देव गोस्वामी जैसे नामी पुरोहित भी गरजे — बोले ये सांकेतिक धरना था। सरकार ने तोड़फोड़ बंद नहीं की तो अगली बार संकेत नहीं, सीधा बवाल होगा। Protest Corridor पर सरकार के कान खड़े हो गए हैं या नहीं, ये तो पता नहीं — लेकिन कुंज गली में पुरोहितों का गुस्सा खूब खड़ा हो गया है!
Protest Corridor पर आख़िरी हुंकार
अब गेंद सरकार के पाले में है — पुरोहितों ने डंके की चोट पर कह दिया कि बांके बिहारी की नगरी में Bulldozer तभी चलेगा, जब भक्त राज़ी होंगे। Protest Corridor अगर भगवान की मर्जी के ख़िलाफ़ बना, तो कुंज गली से लेकर विधानसभा तक घंटा-घड़ियाल बजेंगे! सरकार को चाहिए तो विकल्प निकाले, वरना वृंदावन की गलियों में हर लोटा-डिब्बा अब आंदोलन की मशाल बनेगा। Protest Corridor के नाम पर भक्तों की आस्था Bulldozer से कुचली गई तो ये ‘तीर्थ नगरी’ नहीं, सरकार की ‘पॉलिटिकल श्मशान घाट’ बन जाएगी।
