 
                  Special Revision के नाम पर बिहार में सियासी तिकड़म तेज है। RJD ने इसे गरीब और पिछड़े वर्गों के वोट पर हमला बताया है। लालू-तेजस्वी के निशाने पर सीधे आयोग और सत्ता है। दीप जलता रहेगा या वोटर बचेगा — अब पूरा बिहार यही देखेगा।
दीप जला, Special Revision पर ताला
पटना के होटल मौर्या में RJD National Meet का माहौल तो काफी गर्म रहा लेकिन बाहर का लोकतंत्र थोड़ा ठंडा पड़ा दिखा। राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने जब दीप जलाया तो साथ में चुनाव आयोग के Special Revision पर भी घी डाल दिया। आंकड़ों की बात करें तो बिहार में पहले भी 2019 और 2020 में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर हल्ला मचा था। इस बार फिर वही पुरानी कहानी, नया बहाना — आयोग कहता है वोटर शुद्ध करो, लालू कहते हैं वोटर गायब कर दो।
Special Revision में वोट कटेगा, तेजस्वी ने दी चेतावनी

Special Revision का विरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बोले — “ये लोकतंत्र के साथ गड़बड़झाला है। गरीब, दलित, OBC, ST और अल्पसंख्यक का वोट ऐसे ही तोड़ा जा रहा है।” तेजस्वी का दावा है कि सत्रह महीने में उन्होंने बिहार में इतना काम किया कि पंद्रह साल वालों को भी पसीना आ गया। अब वोट से डर है, तो लिस्ट से काट दो — यही आयोग की मंशा बताई जा रही है।
प्रस्ताव पास, Special Revision पर फुल विरोध
इस RJD National Meet में लालू, तेजस्वी समेत पूरे दल ने खूब प्रस्ताव पेश किए — राजनीतिक से लेकर सामाजिक और विदेश नीति तक। लेकिन चर्चा सिर्फ एक बात पर — Special Revision कैसे रुकेगा? मंच पर शिवचंद्र राम ने राजनीतिक प्रस्ताव पढ़ा, आलोक मेहता ने सामाजिक। इसराइल मंसूरी आर्थिक बहीखाता खोल लाए, मनोज झा विदेश नीति पर ज्ञान दे आए — लेकिन वोटर लिस्ट पर सबका गुस्सा ठाठे मारता रहा।
निर्विरोध लालू, संशय में वोटर

कल बापू सभागार में लालू जी को फिर निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया जाएगा। ये तो पक्का है, लालू के लिए वोटर लिस्ट में नाम कटने की कोई टेंशन नहीं — लेकिन आम वोटर का नाम कटा तो चुनाव में गड़बड़झाला तय है। राष्ट्रीय सहायक निर्वाचन पदाधिकारी चित्तरंजन गगन ने भी यही कहा — प्रस्ताव पास होंगे, फिर खुला अधिवेशन होगा, फिर सबको बताएंगे कि Special Revision से सावधान रहना है।
जनता बोली, Special Revision की आग में मत जलो
बैठक में खूब दीप जलाए गए, स्वागत भाषण हुए, प्रमाणपत्र बांटे जाएंगे — लेकिन वोटर लिस्ट की ‘सफाई’ ने सबसे ज्यादा चुटकी काटी। सवाल वही — जब वोट मांगने आते हैं तो जाति-पाती सब याद आता है, लेकिन वोटर लिस्ट में नाम तभी कटता है जब गरीब की बारी आती है। लालू बोले बदलाव होगा, तेजस्वी बोले साजिश होगी — अब देखना है बिहार का मतदाता इस Special Revision में बचेगा या फिर ‘कागज’ में गुम हो जाएगा।

 
         
         
        