 
                                                      
                                                Akhilesh Yadav
Akhilesh Yadav ने बिहार चुनाव में लालू यादव को समर्थन देकर साफ कर दिया कि समाजवादियों की साइकिल अब लखनऊ से पटना तक दौड़ेगी। वहीं, यूपी में स्कूल विलय पर उन्होंने BJP को कठघरे में खड़ा कर दिया। वोटर लिस्ट पर भी सवाल उठाकर BJP पर बड़ा वार किया।
पटना की दूरी या राजनीति की नजदीकी? काया बोले Akhilesh Yadav
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख Akhilesh Yadav ने इस बार ‘दूरी कम’ करने का नया फॉर्मूला पेश कर दिया है। आज़मगढ़ में मंच से बोले — “लखनऊ जितना दूर है, पटना भी उतना ही दूर है।” यानी इस बार सपा, लालू यादव के साथ मिलकर पटना तक पहुंचने की तैयारी में है।
लालू यादव के लिए ‘समाजवादियों’ की गिफ्ट
Akhilesh Yadav ने बिहार चुनाव में लालू प्रसाद यादव की पार्टी RJD को खुला समर्थन देकर साफ कर दिया कि उत्तर प्रदेश से पटना की राजनीतिक पटरी अब सीधी कर दी गई है। यानी इस बार BJP के लिए बिहार में भी सपा की ‘साइकिल’ पंचर करने का प्लान नहीं चलेगा — ऐसा Akhilesh मानते हैं।
वोटर लिस्ट का बवाल, BJP पर निशाना ।। Akhilesh Yadav का सीधा निशाना
तेजस्वी यादव पहले से ही बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन पर सवाल उठा रहे थे, अब Akhilesh Yadav भी खुलकर मैदान में कूद पड़े हैं। आरोप वही — “चुनाव आयोग BJP के साथ मिलकर गड़बड़ी करना चाहती है।”
कहने को तो लोकतंत्र में वोटर लिस्ट पवित्र ग्रंथ होती है, पर यहां ग्रंथ में गड़बड़ी हो तो सियासत गरम होनी ही थी!
यूपी में स्कूल विलय: साजिश या सुधार?
Akhilesh Yadav ने सिर्फ बिहार तक खुद को सीमित नहीं रखा। यूपी में भी BJP सरकार पर जोरदार हमला बोला। आरोप — “ग्रामीण इलाकों के सरकारी स्कूलों को विलय करने के पीछे गहरी साजिश है।”
मतलब, जब बच्चे स्कूल में ही नहीं रहेंगे तो शिक्षा कहाँ से आएगी? Akhilesh कहते हैं — BJP आने वाली पीढ़ी से शिक्षा का अधिकार छीनना चाहती है!
‘शिक्षा’ पर सियासी संग्राम।। Akhilesh Yadav का योगी पर निशाना
Akhilesh Yadav के मुताबिक शिक्षा ही विकास की असली कसौटी है। और जब वही कसौटी ही खत्म कर दी जाए तो विकास का रिपोर्ट कार्ड कौन देखेगा? “शिक्षा को मारो, वोट बैंक को संभालो!” — यही BJP का असली एजेंडा है, सपा प्रमुख का कहना है।
लखनऊ से पटना तक, ‘साइकिल’ फिर रफ्तार में
राजनीति के पंडितों के लिए यह गठजोड़ बड़ा संकेत है कि Akhilesh Yadav अब यूपी में ही नहीं, बिहार में भी सियासी जमीन तलाश रहे हैं। वोटर लिस्ट से लेकर स्कूल विलय तक — हर मुद्दा BJP पर सीधा हमला करने के लिए तैयार किया जा रहा है।
अब क्या? लालू का लाल या समाजवादी साइकिल? Akhilesh Yadav ने चल दिया दांव
अब देखना होगा कि इस सियासी दोस्ती का फायदा किसे मिलेगा — लालू को पटना में सत्ता वापसी का मौका या Akhilesh Yadav को यूपी में नया नैरेटिव? और वोटर लिस्ट का बवाल क्या रंग लाएगा — यह तो EVM ही बताएगी!

 
         
         
         
        
चुनाव विश्लेषण।