Banda: ग्रामीणों ने बताई, सड़क के नाम पर हुए भ्रष्टाचार की सच्चाई !
Banda News Update
Banda: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के जसपुरा ब्लॉक में स्थित मड़ौली कला गांव में ब्लॉक प्रमुख निधि से बनी एक सीसी सड़क महज 6 महीने में ही दलदल में तब्दील हो गई है. ये सड़क, जो डॉक्टर जेपी सविता के दरवाजे से रामकरण निषाद के दरवाजे तक बनाई गई थी, भारी भ्रष्टाचार का शिकार होकर पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. सड़क पर गड्ढे, जलभराव और उखड़ी गिट्टी ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया है.
गांव के निवासियों रमाकांत यादव, गुलाब खान, दिनेश सविता, सुनीता निषाद, रामजनकी निषाद, मीना विश्वकर्मा, राजू सोनकर, राकेश सोनकर, रामप्रसाद, जयप्रकाश विश्वकर्मा, अनिल श्रीवास्तव, रामभवन कश्यप और सपा नेता अन्नू सिंह ने एक सुर में बताया कि ये सड़क पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में इछावर के प्रधान दिनेश निषाद और बड़ागांव के प्रधान राजभान राठौर की देखरेख में बनी थी.
घटिया सामग्री और खराब निर्माण
ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि की कथित पसंदीदा फर्म ‘जय दुर्गे ट्रेडर्स’ को ये काम सौंपा गया था, जिसने अपने ठेकेदारों के जरिए इसे पूरा किया. लेकिन घटिया सामग्री और खराब निर्माण की वजह से सड़क जगह-जगह टूट गई, गिट्टी उखड़ आई और बरसात में ये कीचड़ भरे रास्ते में बदल गई.

ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क की हालत इतनी खराब है कि इसे देखकर नहीं लगता कि ये कुछ महीने पहले ही बनी थी. बच्चे स्कूल जाने से डरते हैं, क्योंकि गड्ढों में गिरने और चोट लगने का खतरा बना रहता है. बुजुर्गों और महिलाओं को भी इस रास्ते से गुजरने में भारी परेशानी होती है.
‘भ्रष्टाचार अपने चरम पर’
सपा नेता पुष्पेंद्र सिंह चुनाले ने इस मामले पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है. जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की कमीशनखोरी के कारण ये सड़क इस हाल में पहुंची है. जसपुरा ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख निधि से बने कई अन्य सीसी रास्तों की हालत भी ऐसी ही है, जहां चहेते ठेकेदारों और फर्मों को काम देकर विकास के धन की लूट मचाई गई है.

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस सड़क के साथ-साथ ब्लॉक में बनी अन्य सीसी सड़कों की निष्पक्ष और ईमानदार जांच कराई जाए. उनका कहना है कि ऐसी जांच से ये साफ हो जाएगा कि जसपुरा ब्लॉक में नेताओं और अधिकारियों ने जनता के विकास के लिए मिले धन का कितना दुरुपयोग किया है.
ये स्थिति न केवल मड़ौली कला गांव, बल्कि पूरे जसपुरा ब्लॉक में विकास कार्यों की गुणवत्ता और पारदर्शिता पर सवाल उठाती है. ग्रामीणों की मांग है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और ऐसी सड़कों का पुनर्निर्माण कर उनकी परेशानियों को दूर किया जाए.
