CM Yogi का मिशन फिक्स, जन भागीदारी और बदलता परिवेश
CM Yogi News
CM Yogi के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को 2047 तक विकसित राज्य बनाने के लक्ष्य के साथ चल रहा “समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश” अभियान लगातार नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है। इस जनभागीदारी आधारित पहल में अब तक करीब 4 लाख सुझाव राज्य सरकार को मिल चुके हैं। इनमें से सबसे बड़ी भागीदारी ग्रामीण इलाकों से देखने को मिली है, जहां से तीन लाख से अधिक राय सामने आई हैं। शहरी क्षेत्रों से लगभग एक लाख सुझाव प्राप्त हुए हैं।
शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि पर जनता का जोर
लोगों के सुझावों में शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसे मूलभूत मुद्दों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता मिली है। नागरिकों का मानना है कि विकास की असली परिभाषा तभी पूरी होगी जब इन क्षेत्रों में मजबूत और पारदर्शी व्यवस्था बने।
- देवरिया की शिशिरा प्रजापति ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में एआई, रोबोटिक्स और हरित ऊर्जा जैसी आधुनिक तकनीकें सिखाई जाएं। साथ ही उच्च शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण को सस्ता व सुलभ बनाया जाए।
- आगरा के ललित वर्मा ने निजी विद्यालयों की मनमानी रोकने का सुझाव दिया। उन्होंने मांग की कि किताबें और ड्रेस कम से कम पांच साल तक न बदलें और राज्य स्तर पर शिकायत निवारण पोर्टल बने।
- कन्नौज के अखिलेश कुमार पांडेय ने पशुपालन विभाग में डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए अंतिम वर्ष के वेटरनरी छात्रों को व्यवहारिक प्रशिक्षण के तहत पशु चिकित्सालयों में तैनात करने की बात कही।
- बस्ती के गोबिंद ने ग्राम सचिवालय को पारदर्शिता का केंद्र बनाने की मांग रखी। उनका कहना है कि पंचायत सहायक हर योजना की ऑनलाइन रिपोर्ट अपलोड करें और ग्राम लेखाकार के रूप में मान्यता पाएं।

हर वर्ग से मिली सक्रिय भागीदारी
अभियान में 31 से 60 वर्ष आयु वर्ग की सबसे ज्यादा भागीदारी देखी गई है। हालांकि, युवा पीढ़ी (जेन-ज़ी) और वरिष्ठ नागरिकों ने भी अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराई है। यह बताता है कि उत्तर प्रदेश के लोग राज्य के भविष्य को लेकर सजग और गंभीर हैं।
किन जिलों से सबसे ज्यादा सुझाव आए?
अब तक प्रयागराज, फिरोजाबाद, बस्ती, जौनपुर, कानपुर नगर, गोरखपुर, सहारनपुर, मेरठ, फर्रुखाबाद और महाराजगंज जैसे जिलों से बड़ी संख्या में सुझाव आए हैं।
जनता की राय से बनेगा भविष्य का रोडमैप
राज्य सरकार का कहना है कि सभी सुझावों का गहन अध्ययन कर इन्हें 2047 तक के विकास रोडमैप में शामिल किया जाएगा। सरकार का मानना है कि जब आम जनता खुद नीति निर्धारण की प्रक्रिया में जुड़ती है, तो योजनाएं ज्यादा व्यावहारिक और प्रभावी बनती हैं।
CM Yogi पर जन-जन का विश्वास
यह अभियान न केवल सरकार और जनता के बीच संवाद का मजबूत सेतु बन रहा है, बल्कि उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने की दिशा में भी एक ठोस कदम साबित हो रहा है।
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