समुद्री लुटेरों का हमला,कई मछुआरे घायल
श्रीलंकाई समुद्री लुटेरों का हमला: भारत में अभी Pahalgam attack का मसला ठंडा भी नहीं हुआ था कि इस बीच भारत के एक और पड़ोसी राष्ट्र से जुड़े लुटेरों ने आतंकी वारदात को अंजाम दिया है.दरअसल ये पूरा मामला श्रीलंका से जुड़ा हुआ है. श्रीलंका के समुद्री लुटेरों ने तमिलनाडु के करीब समुद्री सीमा में हमला किया है.इस वारदात में 17 भारतीय मछुआरे घायल हुए हैं
भारतीय सीमा में समुद्री लुटेरों का हमला
शुरुआती पड़ताल में सामने आया है कि श्रीलंकाई समुद्री लुटेरों ने भारतीय सीमा में दस्तक दी है.समुद्री लुटेरों ने तमिलनाडु के 30 मछुआरों पर हमला बोला है.समुद्री लुटेरों का हमला बेहद क्रूर बताया जा रहा है.साथ ही साथ समुद्री लुटेरे करीब 10 लाख रुपए का सामान भी अपने साथ ले गए हैं.

समुद्री लुटेरों का धारदार हथियार से वार
पीड़ित मछुआरों ने बताया है कि समुद्री लुटेरों ने धारदार हथियार से हमला बोला था.जिसके चलते कई मछुआरे इस हमले में घायल हुए हैं.समुद्री लुटेरे, मछुआरों से GPS Device, मछली पकड़ने का जाल समेत करीब 10 लाख रुपए का कीमती सामान लूट कर ले गए हैं.समुद्री लुटेरों के हमले में घायल मछुआरों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.जहां पीड़ित मछुआरों का इलाज चल रहा है.

समुद्री लुटेरों के हमले की पूरी कहानी
बात ये है कि सेरुधुर गांव के 30 मछुआरे एक बोट से मछली पकड़ने के लिए निकले थे.ये सभी मछुआरे कोडियाकरई के दक्षिण-पूर्व इलाके में मछली पकड़ने के लिए गए थे. तभी वहां पर लुटेरों की एक बोट आ गई.बोट में 6 समुद्री लुटेरे सवार थे, समुद्री लुटेरों के पास धारदार हथियार थे जिससे उन्होंने मछुआरों पर हमला करना शुरु कर दिया.

मछुआरों ने की इंसाफ की मांग
समुद्री लुटेरों के खिलाफ एक्शन की मांग उठने लगी है.मछुआरों का कहना है कि लुटेरे भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे.मछुआरों ने केंद्र और राज्य सरकार से मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की है.अभी मछुआरे एक दिन की सांकेतिक हड़ताल करेंगे.मुछआरों का कहना है कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिलेगा तो ये हड़ताल अनिश्चितकाल तक चल सकती है.आपको बता दें कि इससे पहले भी पिछले साल तमिलनाडु के मछुआरों पर श्रीलंकाई समुद्री लुटेरों ने हमला बोला था जिसमें कई मछुआरे घायल हुए थे.
